Side Effects Of Soya Milk (सोया मिल्क से शरीर को होने वाले नुकसान)
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हम सब जानते हैं कि किसी भी चीज के अत्यधिक सेवन से शरीर को फायदे की बजाय नुकसान पहुंच सकता है। ऐसा ही कुछ सोया मिल्क के साथ है। जानते हैं सोया मिल्क से शरीर को कौन से नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है-
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1. जो लोग किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं सोया मिल्क के सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेवें वरना इससे मिलने वाले फायदे शरीर को नुकसान कर सकते हैं। |
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2. ध्यान दें कि हर व्यक्ति के शरीर की तासीर अलग होती है। ऐसे में जो लोग अपनी डाइट में सोया मिल्क को जोड़ेंगे वे एक बार डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेवें। डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह पर ही विशेष डाइट को फोलो करें। |
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3. सोया मिल्क के अधिक सेवन से पुरुषों की फर्टिलिटी कम हो सकती है। ऐसे में इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
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4. जिन लोगों को सोया मिल्क के सेवन के बाद से शरीर में नकारात्मक बदलाव देखने को मिलें वे इसके सेवन को तुरंत रोक दें और डॉक्टर से परामर्श करें।
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5. अगर किसी को किडनी संबंधी समस्या है या डायबिटीज है तो उनको सोयाबीन का बना सोया मिल्क अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए ।
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6. आयोडीन की कमी वाले व्यक्ति सोया मिल्क का सेवन किसी डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह लेकर ही करें।
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सोया / सोयाबीन से एलर्जी
जिन लोगों को सोया से एलर्जी है, उन्हें सोया मिल्क मिल्क पीने से बचना चाहिए। ऐसे लोगों को सोया मिल्क सूट नहीं करेगा, जिससे उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इनमें पेट खराब, कब्ज, खराब पाचन आदि शामिल हैं। जिन लोगों को सोया से एलर्जी होती है, उन्हें सोया से बने सभी उत्पादों से दूरी बना लेनी चाहिए।
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बच्चों के लिए सोया दूध
जब शिशु की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने की बात आती हैं, तो माँ का दूध ही सर्वोत्तम हैं। डॉक्टर आमतौर पर शिशुओं को एक वर्ष की आयु का होने तक सोया दूध देने की सलाह नहीं देते हैं। हालांकि, जब आप बच्चे को स्तनपान के अलावा कोई और दूध देना चाहती हैं या फिर आपके बच्चे को लैक्टोस इन्टॉलरेंस है तो सोया दूध एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
किसी भी अवस्था में, शिशु को सोया दूध कम मात्रा में ही देने की सलाह दी जाती हैं क्योंकि सोया दूध से एलर्जी जैसी प्रतिक्रियाएं भी हो सकती हैं। एक वर्ष से ऊपर के उन शिशुओं के लिए सोया दूध एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो लैक्टोज को सहन नहीं कर पाते हैं या फिर जिन्हें गाय के दूध से एलर्जी है। शिशुओं के स्वस्थ विकास के लिए सोया दूध में प्रोटीन की अधिक मात्रा, आयरन और विभिन्न विटामिन पाए जाते हैं। सोया दूध में वसा की मात्रा कम होती हैं जो शिशुओं में स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है
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नोट - दोस्तों, वैसे तो सोयाबीन से बने सोया मिल्क का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें लो फैट और लो कैलोरी होता है। फिर भी बेहतर है कि सोया मिल्क का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि सभी की स्वास्थ्य स्थिति एक जैसी नहीं होती है। इसलिए, डॉक्टर ही बेहतर बता सकते हैं कि आपको सोया मिल्क पीना चाहिए या नहीं और अगर पीना चाहिए तो कितनी मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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